प्रधानमंत्री मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि सारे विश्व के साथ-साथ भारत भी कोरोना वैक्सीन पर कड़ी मेहनत कर रहा है। यह वेक्सिन देश के प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाइ जाएगी। इसके लिए हमारे वैज्ञानिक और सिस्टम बहुत तेजी से योजना बनाने में व्यस्त हैं। लेकिन जब तक आपको वैक्सीन या दवा न मिल जाए, तब तक कोरोना की लड़ाई में ढील न रखें। उन्होंने देशवासियों से अपील की।
प्रधान मंत्री मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान आज सातवीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। उनके संबोधन से पहले देश भर में काफी उत्साह का माहौल था। बाजार में अटकलें लगाई गई थीं कि प्रधानमंत्री क्या कहेंगे, क्या वे एक बड़ी घोषणा करेंगे या एक और राहत पैकेज देंगे। लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कोरोना को चेतावनी दी। उन्होंने कोरोना से बचने, हाथों को बार-बार धोने और मास्क पहनने के लिए दो गज की दूरी बनाए रखने पर जोर दिया। “मैं इन त्योहारों में देश के लोगों को खुश और स्वस्थ देखना चाहता हूं,” उन्होंने कहा। जो लोग कोरोना के खिलाफ सावधानी नहीं बरतते हैं वे बुजुर्गों, बच्चों और अपने परिवारों को खतरे में डाल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भले ही लॉकडाउन चल रहा हो, लेकिन कोरोना नहीं गया। हमें यह समझने की आवश्यकता है कि हमारी स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया जाना चाहिए जबकि वायरस अभी भी हमारे बीच मौजूद है। लेकिन इसमें सुधार करना होगा। हम कोरोना अवधि में एक लंबा सफर तय कर चुके हैं, आर्थिक गतिविधियां भी धीरे-धीरे आगे बढ़ रही हैं और त्योहारों के मौसम में बाजारों में रौनक भी दिखाई दे रही है। ऐसे समय में सभी नागरिकों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। प्रधानमंत्री ने कोरोना पर जागरूकता अभियान शुरू करने के लिए मीडिया और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को भी बुलाया। अपने संक्षिप्त संबोधन में उन्होंने देशवासियों को नवरात्रि, ईद, गुरु नानक जयंती, दिवाली, छठ पूजा, दुर्गा पूजा और अन्य त्योहारों की शुभकामना दी।