30 अक्टूबर की शाम को गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे में 135 लोगों की मौत हो चुकी है. मंगलवार यानी 1 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरबी में घटनास्थल का दौरा किया | उन्होंने घायलों से भी मुलाकात की और इसके बाद समीक्षा बैठक भी की. इस बीच ये मसला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है.
उन्होंने ऑपरेशन से जुड़ी सभी बातों को जाना.
पीएम मोदी ने मोरबी में समीक्षा बैठक की और अधिकारियों से कहा कि हादसे की जांच पूरी तरह से निष्पक्ष हो. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले. हादसे की जांच में राजनीति और अफसरशाही की दखल न हो. Congress अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हैदराबाद में कहा कि गुजरात चुनाव में विलंब हुआ क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी को मोरबी में गिरे पुल जैसे और पुलों का उद्घाटन करना है.
गुजरात सरकार के मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि मोरबी पुल हादसे में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 135 हो गई है और अब तक 170 अन्य को बचा लिया गया है. सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों द्वारा मच्छु नदी में बचाव अभियान अभी जारी है.दुर्घटना के बाद बचाए गए लोगों में से केवल 17 लोगों का मोरबी के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मोरबी में पुल गिरने से 135 लोगों की मौत पर शोक जताया. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे शोक संदेश में कहा कि यह समाचार सुनकर स्तब्ध हूं.काग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मोरबी पुल हादसे को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि मैं कोई राजनीति नहीं करना चाहता, लेकिन मुझे पता चला है कि जब रविवार शाम पुल गिरा, तब भाजपा के मंत्री, सांसद, जिलाधिकारी और मोरबी जिले के पुलिस अधीक्षक पास ही एक स्थान पर बैठक कर रहे थे.