*मलेरिया से 2020में 9 लाख से ज्यादा मौतें दर्ज हुइ
*ये दवाइ मलेरिया के मच्छर से जो वायरस इंसान के शरीर में पहुंचता है उसको रोकनेे मे कारगर साबित होगी
हेल्थडेस्क: विश्व में घातक और जानलेवा बिमारी मलेरिया से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है. इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं है. दुनियाभर के वैज्ञानिक और दवाइ बनाती कंपनीया इसका इलाज ढुंढने मे लगी हुइ है। अब अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने मलेरिया से बचाव के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी तैयार की है. दावा किया जा रहा है कि इस दवा की एक खुराक छह महीने तक शरीर में मलेरिया के खिलाफ एंटीबॉडी बनाकर रखेगी, जिससे इस बीमारी से बचाव हो सकेगा. दावा किया जा रहा है कि एंटीबॉडी बनने से शरीर में मलेरिया के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी, जो बीमारी से बचाव के साथ-साथ इसके गंभीर लक्षणों से भी रक्षा करेगी.
अफ्रीका के बामको यूनिवर्सिटी ऑफ साइंसेड के छात्र डॉ. कसूम के मुताबिक, ये दवा लोगों को मलेरिया से बचाने मे कारगर साबित होगी। अभी तक 330 लोगों पर इसका ट्रायल किया गया है. इस दौरान दौरान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में तैयार एक दवा लोगों की दी गई थी. जिसमें पता चला कि कम डोज लेने वाले 39 लोगों को ये बीमारी नहीं हुई थी. जिन्हें सामान्य दवा दी गई उनमें से 86 लोगों को मलेरिया हुआ था.
वैज्ञानिकों का कहना है कि शरीर मं एंटीबॉडी अलग-अलग तरीके से काम करती है. ये मलेरिया के मच्छर से जो वायरस इंसान के शरीर में पहुंचता है उसको रोकते हैं. एंटीबॉडी संक्रमण को लिवर तक पहुंचने से भी रोकती है, जिससे इस बीमारी के गंभीर लक्षण नहीं आते हैं. इस दवा से बनी एंटीबॉडी कई महीनों तक रह सकती है. इसका उपयोग मरीजों पर उसी प्रकार से करने पर विचार किया जा रहा है जैसे मलेरिया के लिए अन्य उपाय किए जाते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, 2020 में मलेरिया से दुनियाभर में छह लाख लोगों की मौत हुई खी और कुल 24 करोड़ मामले आए थे. विश्व स्तर पर यह बीमारी अभी भी काफी खतरनाक है. इसके केस हर आयु वर्ग के लोगों में सामने आते हैं.