Home News National श्रीमद भगवद गीता उपदेश (Bhagavad Gita quotes) : सही मार्गदर्शन का स्रोत

श्रीमद भगवद गीता उपदेश (Bhagavad Gita quotes) : सही मार्गदर्शन का स्रोत

Bhagavad Gita quotes

Bhagavad Gita quotes
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श्रीमद भगवद गीता उपदेश (Bhagavad Gita quotes) जो आपके जीवन में सही मार्गदर्शन का स्रोत बनेंगे और आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि के आगमन में सहायक भी होंगे। श्रीमद भगवद गीता (Bhagavad Gita )  हिंदुओं का एक ऐसा सर्वश्रेष्ठ धर्मग्रंथ है, जो की हम लोगों को एक सही दिशा में जाने के लिए प्रेरित करती है।

श्रीमद भगवद गीता उपदेश(Bhagavad Gita quotes)  बताए गए है वो भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं कुरूक्षेत्र के युद्ध के दौरान अर्जुन को बताए थे। जब महाभारत का युद्ध हुआ था, तब अर्जुन अपनों के खिलाफ युद्ध करने से मना कर रहे थे तो भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता के उपदेशों के माध्यम से धर्म और कर्म के सच्चे ज्ञान से अवगत कराया था।

आज श्रीमद् भागवत गीता के उपदेश हमारे देश में ही नही बल्कि विदेशों में भी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल हो रही है।

श्रीमद भगवद गीता उपदेश (Bhagavad Gita quotes)

  1. जिसने मन को जीत लिया है, उसने पहले ही परमात्मा को प्राप्त कर लिया है, क्योंकि उसने शान्ति प्राप्त कर ली है। ऐसे मनुष्य के लिए सुख-दुख, सर्दी-गर्मी और मान-अपमान एक से है।
  2. बुद्धिमान व्यक्ति ईश्वर के सिवा और किसी पर निर्भर नहीं रहता.
  3. निर्णय लेते समय ना ज़्यादा ख़ुश हो ना ज़्यादा दुखी हो दोनो परिस्थितियाँ आपको सही निर्णय लेने नही देती.
  4. जो जन्म लेता है उसकी मृत्यु भी निश्चित है. इसलिए जो होना ही है उस पर शोक मत करो
  5. मनुष्य अपने हृदय से जो दान कर सकता है वो अपने हाथों से नहीं कर सकता और मौन रहकर जो कुछ वो कह सकता है वो शब्दों से नहीं कह सकता
  6. ईश्वर ने हमें जो कुछ भी दिया है वही हमारे लिए पर्याप्त है और यही एक अटल सत्य भी है
  7. इस संसार में हम खाली हाथ आए थे और खाली हाथ ही जाएंगे,जो आज हमारा है वह कल किसी और का होगा,इसलिए हम अपने जीवन में जो भी करते हैं उसे पूरी श्रद्धा के साथ अपने इष्ट देव को अर्पण कर देना चाहिए
  8. जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है, जो होगा वो भी अच्छा ही होगा।
  9. जीवन न तो भविष्य में है, न अतीत में है, जीवन तो बस इस पल में है.
  10. कोई भी व्यक्ति जो चाहे बन सकता है, यदि वह व्यक्ति एक विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करें।
  11. फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है।

 

 

 

 

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