पपीता एक हेल्दी फल है, लेकिन पीरियड्स के दौरान इसे खाने को लेकर कई भ्रांतियां हैं। कुछ लोग इसे फायदेमंद मानते हैं, तो कुछ इसे नुकसानदायक बताते हैं। आइए जानते हैं कि पीरियड्स में पपीता खाना सही है या नहीं!
मासिक धर्म को नियमित करता है – पपीते में पेपेन एंजाइम होता है, जो पीरियड्स को सही समय पर लाने में मदद करता है।
ब्लड फ्लो को सुधारता है – पीरियड्स के दौरान ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
ज्यादा पपीता खाने से दर्द बढ़ सकता है – इसमें मौजूद एंजाइम ज्यादा मात्रा में लेने पर ऐंठन (Cramps) बढ़ा सकता है।
संवेदनशील महिलाओं को समस्या हो सकती है – अगर आपका पीरियड्स पहले से ही ज्यादा है तो पपीता खाने से ब्लीडिंग बढ़ सकती है।
हां, पपीतायूटरस को सिकुड़ने में मदद करता है, जिससे पीरियड्स जल्दी आ सकते हैं।
अगर पीरियड्स लेट हो रहे हैं तो पपीता खानाफायदेमंद हो सकता है।
थोड़ी मात्रा में खाएं – दिन में 1-2 टुकड़े पर्याप्त हैं।
दोपहर में खाना बेहतर है – रात में खाने से पाचन संबंधी समस्या हो सकती है।
हल्के फूड्स के साथ खाएं – इसे दूध, दही या सलाद के साथ खाएं।
गर्भवती महिलाओं को कच्चा पपीताखाने से बचना चाहिए क्योंकि यह गर्भाशय की सिकुड़न (Uterine Contractions) बढ़ा सकता है।
पका हुआ पपीता सीमित मात्रा में खाना सुरक्षित होता है।
पीरियड्स में पपीता खाने से ब्लड फ्लो बेहतर होता है और पीरियड्स नियमित रहते हैं। लेकिन ज्यादा मात्रा में खाना ऐंठन और ब्लीडिंग बढ़ा सकता है। इसे सही मात्रा में खाएं और अपने शरीर की प्रतिक्रिया को समझें।