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दुनिया की 10 सबसे प्राचीन भाषाएँ

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एक अनुमान के अनुसार दुनिया में कुल भाषाओं की संख्या लगभग 6809 है, लेकिन क्या आपको पता है कि विश्व की सबसे प्राचीन भाषा कौन-सी है? यदि आप इस प्रश्न के उत्तर से अनभिज्ञ हैं तो इस लेख को पढ़ने के बाद जान जाएंगे कि विश्व की सबसे प्राचीन भाषा कौन-सी है, क्योंकि इस लेख में हम उत्पत्ति के अनुसार विश्व की 10 सबसे प्राचीन भाषाओं का विवरण दे रहे हैं.

विश्व की 10 सबसे प्राचीन भाषाएँ

1. संस्कृत

संस्कृत भाषा को देवभाषा कहा जाता है. संस्कृत भाषा से तमाम यूरोपीय भाषाएं प्रेरित लगती हैं. दुनिया भर में फैले तमाम विश्विद्यालय एवं शिक्षण संस्थान संस्कृत को सबसे प्राचीन भाषा मानते हैं. ऐसा माना जाता है कि दुनिया की तमाम भाषाएँ कहीं-ना-कहीं संस्कृत से ही निकली है. संस्कृत भाषा ईसा से 5000 साल पहले से बोली जाती है. संस्कृत आज भी भारत की राजभाषा है. हालांकि वर्तमान समय में संस्कृत बोलचाल की भाषा के बजाय केवल पूजा-पाठ एवं कर्मकांड की भाषा बनकर रह गई है. हिन्दू धर्म में संपन्न होने वाले सभी शुभ कार्यों में वेद मंत्र का पाठ किया जाता है, जिसकी भाषा संस्कृत है.

2. लैटिन

लैटिन प्राचीन रोमन साम्राज्य और प्राचीन रोमन धर्म की राजभाषा थी. वर्तमान समय में यह रोमन कैथोलिक चर्च की धर्मभाषा और वैटिकन सिटी की राजभाषा है. संस्कृत की ही तरह यह एक शास्त्रीय भाषा है. लैटिन हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार की रोमांस शाखा में आती है. इसी से फ़्रांसिसी, इतालवी, स्पैनिश, रोमानियाई, पुर्तगाली और वर्तमान समय की सबसे लोकप्रिय भाषा अंग्रेजी का उद्गम हुआ है. यूरोप में ईसाई धर्म के प्रभुत्व की वजह से मध्ययुगीन और पूर्व-आधुनिक कालों में लैटिन भाषा लगभग सारे यूरोप की अंतरराष्ट्रीय भाषा थी, जिसमें समस्त धर्म, विज्ञान, उच्च साहित्य, दर्शन और गणित की किताबें लिखी जाती थीं.

3. तमिल

तमिल भाषा को दुनिया की सबसे पुरानी भाषा के तौर पर मान्यता मिली हुई है और यह द्रविड़ परिवार की सबसे प्राचीन भाषा है. करीब 5000 साल पहले भी इस भाषा की उपस्थिति थी. एक सर्वे के मुताबिक प्रतिदिन सिर्फ तमिल भाषा में 1863 अखबार प्रकाशित होते हैं. वर्तमान में तमिल भाषा बोलने वालों की संख्या लगभग 7.7 करोड़ है. यह भाषा भारत, श्रीलंका, सिंगापुर तथा मलेशिया में बोली जाती है.

4. हिब्रू

हिब्रू सामी-हामी भाषा-परिवार की सामी शाखा में आने वाली भाषा है. हिब्रू भाषा लगभग 3000 साल पुरानी है. वर्तमान समय में यह इजरायल की राजभाषा है, जिसके विलुप्त होने के बाद इजरायली लोगों ने दुबारा से इसे जिंदा किया. इसे यहूदी समुदाय ‘पवित्र भाषा’ मानता है और बाइबिल का पुराना नियम इसी में लिखा गया था. हिब्रू भाषा इब्रानी लिपि में लिखी जाती है, जो दायें से बायें पढ़ी और लिखी जाती है. पश्चिम के विश्वविद्यालयों में आजकल इब्रानी का अध्ययन अपेक्षाकृत काफी लोकप्रिय है. प्रथम महायुद्ध के बाद फिलिस्तीन की राजभाषा भी आधुनिक इब्रानी है.

5. इजिप्टियन

इजिप्टियन भाषा मिस्र की सबसे पुरानी ज्ञात भाषा है. यह भाषा एफ्रो-एशियाई भाषाई परिवार से है. यह भाषा ईसा से 2600-2000 साल पुरानी है. अभी भी यह भाषा अपने स्वरूप को जीवित बनाए हुए है.

6. ग्रीक

ग्रीक भाषा यूरोप की सबसे पुरानी भाषा है, जो ईसा से 1450 साल पहले से बोली जाती है. मौजूदा समय में ग्रीक भाषा ग्रीस, अल्बानिया और साइप्रस में बोली जाती है. लगभग 13 मिलियन लोग आज भी ग्रीक भाषा बोलते हैं.

7. चीनी भाषा

चीनी भाषा संसार में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है. यह चीन एवं पूर्वी एशिया के कुछ देशों में बोली जाती है. चीनी भाषा चीनी-तिब्बती भाषा-परिवार में आती है और वास्तव में कई भाषाओं और बोलियों का समूह है. मानकीकृत चीनी भाषा असल में एक “मन्दारिन” नामक भाषा है. यह भाषा ईसा के आगमन से भी 1200 साल पुरानी है. मौजूदा समय में लगभग 1.2 बिलियन लोग चीनी भाषा बोलते हैं.

8. अरेमिक भाषा

यह भाषा आज हिब्रू और अरबी भाषाओं में मिल चुकी है. कभी यह आर्मेनियाई गणराज्य की आधिकारिक भाषा हुआ करती थी. इसकी मौजूदगी के ईसा से 1000 साल पहले के भी सबूत मिले हैं. आज भी अरेमिक भाषा इराक, इरान, सीरिया, इजरायल, लेबनान और आधुनिक रोम में बोली जाती है.

9. कोरियन भाषा

कोरियन भाषा लगभग 600 ईसापूर्व से बोली जाती है. वर्तमान समय में लगभग 8 करोड़ लोग कोरियाई भाषा बोलते है. इस भाषा की लिपि हंगुल (Hangul) है. प्राचीन काल में चीनी लोग कोरिया में जाकर बस गए थे, इसलिये कोरियाई भाषा, चीनी भाषा से काफी प्रभावित है.

10. आर्मेनियन

आर्मेनियन भाषा भी भारतीय-यूरोपीय भाषाई समूह का हिस्सा है, जो आर्मेनियाई लोगों द्वारा बोली जाती है. पांचवी शताब्दी में लिखी गई बाईबिल इसकी सबसे पुरानी उपस्थिति के रूप में विद्यमान है. आर्मेनियन भाषा की उत्पत्ति 450 ईसापूर्व में हुई थी. वर्तमान समय में लगभग 5 फीसदी लोग इस भाषा को बोलते हैं. यह भाषा मेसोपोटामिया तथा कॉकस की मध्यवर्ती घाटियों और काले सागर के दक्षिणी पूर्वी प्रदेश में बोली जाती है. यह प्रदेश आर्मीनी जार्जिया तथा अज़रबैजान (उत्तर-पश्चिमी ईरान) में पड़ता है. यह आर्मीनिया गणतंत्र की राजभाषा है.

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