1.परिचय – Tally क्या है
Tally एक लोकप्रिय अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग छोटे से बड़े सभी व्यवसायों में किया जाता है। पहले जहाँ लेखांकन (Accounting) हाथ से बहीखातों में किया जाता था, अब यह काम Tally के माध्यम से कुछ ही मिनटों में हो जाता है।
लेखांकन का उद्देश्य व्यवसाय की आय, खर्च, लाभ और हानि का सटीक रिकॉर्ड रखना होता है, ताकि वित्तीय स्थिति स्पष्ट रहे। Tally इसी कार्य को डिजिटल रूप में आसान बनाता है। यह सॉफ्टवेयर बिक्री, खरीद, टैक्स (GST), इन्वेंट्री और पेरोल जैसे सभी रिकॉर्ड को व्यवस्थित करता है।
Tally को समझना बहुत सरल है — इसे चलाने के लिए बस कंप्यूटर की बेसिक जानकारी होनी चाहिए। इसकी मदद से रिपोर्ट और बैलेंस शीट स्वचालित रूप से तैयार हो जाती हैं। इसलिए आज के डिजिटल युग में हर व्यापारी और अकाउंटेंट के लिए Tally सीखना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह समय बचाने और सटीकता बढ़ाने का प्रभावी माध्यम है।
2.Tally का पूरा नाम (Full Form of Tally)
Tally एक प्रसिद्ध अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग व्यापारिक लेनदेन को रिकॉर्ड करने और वित्तीय रिपोर्ट तैयार करने में किया जाता है। इसका नाम सुनकर कई लोग यह जानना चाहते हैं कि “Tally” का असल मतलब या पूरा नाम क्या है। आइए विस्तार से समझते हैं —
2.1 Tally Full Form in English:
Tally का पूरा नाम “Transactions Allowed in a Linear Line Yards” है।
इसका मतलब है कि यह सॉफ्टवेयर सभी वित्तीय लेनदेन (Transactions) को एक व्यवस्थित क्रम (Linear Order) में सुरक्षित रखता है, ताकि अकाउंटिंग का पूरा रिकॉर्ड स्पष्ट और आसान रूप में देखा जा सके।
2.2 Tally Full Form in Hindi:
Tally का हिंदी में अर्थ होता है — “रेखीय क्रम में लेनदेन की अनुमति”।
अर्थात् यह सॉफ्टवेयर सभी व्यापारिक लेनदेन को क्रमबद्ध और सटीक तरीके से रिकॉर्ड करने की सुविधा देता है।
2.3 Tally नाम का अर्थ और इसका उद्देश्य:
“Tally” शब्द अंग्रेज़ी के “To tally” से लिया गया है, जिसका मतलब होता है “मिलान करना” या “समानता बनाना”।
यह सॉफ्टवेयर ठीक इसी कार्य के लिए बना है — किसी व्यवसाय के सभी आय-व्यय का मिलान (Reconciliation) करना और वित्तीय स्थिति को साफ़-साफ़ दिखाना।
Tally का उद्देश्य है — अकाउंटिंग प्रक्रिया को सरल, तेज़ और भरोसेमंद बनाना, ताकि हर व्यक्ति, चाहे वह छोटा व्यापारी हो या बड़ी कंपनी, अपने वित्तीय डेटा को बिना गलती के संभाल सके।
3.Tally का इतिहास और विकास (History and Evolution of Tally)

Tally भारत में विकसित किया गया एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसने अकाउंटिंग की दुनिया को पूरी तरह बदल दिया। आज यह हर छोटे और बड़े व्यवसाय की जरूरत बन चुका है, लेकिन इसका सफर कई दशकों पुराना है। आइए जानते हैं इसका इतिहास और विकास।
3.1 Tally सॉफ्टवेयर की शुरुआत कब हुई
Tally सॉफ्टवेयर की शुरुआत वर्ष 1986 में हुई थी। इसे सबसे पहले श्री शांतलाल के. गोयनका और उनके बेटे भरत गोयनका ने विकसित किया। उस समय उनका उद्देश्य एक ऐसा प्रोग्राम बनाना था जो छोटे व्यवसायों के अकाउंटिंग काम को सरल बना सके।
पहले इसका नाम “Peutronics Financial Accountant” था, जिसे बाद में बदलकर Tally नाम दिया गया।
3.2 Tally Solutions कंपनी की जानकारी
Tally सॉफ्टवेयर का विकास और प्रबंधन Tally Solutions Pvt. Ltd. नामक भारतीय कंपनी द्वारा किया जाता है, जिसका मुख्यालय बेंगलुरु (कर्नाटक) में स्थित है।
यह कंपनी आज भारत के साथ-साथ 100 से अधिक देशों में अपनी सेवाएँ प्रदान कर रही है। Tally Solutions का उद्देश्य छोटे और मध्यम व्यवसायों (SMEs) को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है, ताकि वे आसानी से अपने वित्तीय लेनदेन संभाल सकें।
3.3 Tally के पुराने व नए संस्करणों का सफर
Tally का विकास लगातार होता रहा है। शुरुआती संस्करण Tally 4.5 केवल बेसिक अकाउंटिंग के लिए था। इसके बाद कई संस्करण आए —
- Tally 5.4: इसमें इन्वेंट्री मैनेजमेंट और रिपोर्ट फीचर्स जोड़े गए।
- Tally 6.3: VAT और टैक्सेशन के लिए नए टूल शामिल किए गए।
- Tally 7.2: मल्टी-यूज़र और सिक्योरिटी फीचर्स जोड़े गए।
- Tally 9: इसमें Payroll और अन्य उन्नत विकल्प उपलब्ध हुए।
- Tally ERP 9: यह सबसे लोकप्रिय संस्करण बना, जिसमें GST, Inventory, और Remote Access जैसी आधुनिक सुविधाएँ शामिल की गईं।
- Tally Prime (2020): यह नया और आधुनिक संस्करण है, जिसमें बेहतर यूज़र इंटरफ़ेस, तेज़ प्रोसेसिंग और अधिक लचीलापन दिया गया है।
संक्षेप में, Tally ने 1986 से लेकर आज तक कई तकनीकी बदलाव देखे हैं। लगातार अपडेट्स और उपयोगकर्ता-अनुकूल इंटरफ़ेस के कारण यह भारत का सबसे भरोसेमंद अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर बन चुका है।
4.Tally का उपयोग क्यों किया जाता है (Why Tally is Used)
Tally सॉफ्टवेयर का उपयोग आज लगभग हर छोटे और बड़े व्यवसाय में किया जाता है क्योंकि यह अकाउंटिंग, टैक्सेशन और इन्वेंट्री मैनेजमेंट को आसान बनाता है।
4.1 व्यवसायों में लेखा प्रबंधन (Accounting Management)
Tally के माध्यम से किसी कंपनी के सभी वित्तीय लेनदेन जैसे खर्च, आय, भुगतान, रसीद और बैंक एंट्री को व्यवस्थित तरीके से रिकॉर्ड किया जाता है। यह बैलेंस शीट, प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट और ट्रायल बैलेंस जैसी रिपोर्टें स्वतः तैयार कर देता है, जिससे अकाउंटिंग का काम तेज और सटीक हो जाता है।
4.2 जीएसटी (GST) और टैक्सेशन का रिकॉर्ड
Tally में जीएसटी की सभी एंट्रीज़ को आसानी से जोड़ा और प्रबंधित किया जा सकता है। यह सॉफ्टवेयर ऑटोमेटिक टैक्स कैलकुलेशन करता है और GSTR-1, GSTR-3B जैसी रिपोर्टें तैयार करता है, जिससे टैक्स रिटर्न फाइल करना सरल हो जाता है।
4.3 इन्वेंट्री और अकाउंटिंग में मदद (Inventory & Accounting Management)
Tally इन्वेंट्री का पूरा रिकॉर्ड रखता है — जैसे स्टॉक की मात्रा, मूल्य, खरीद और बिक्री। यह व्यवसायों को स्टॉक की स्थिति जानने, प्रोडक्ट मैनेजमेंट करने और नुकसान कम करने में मदद करता है।
5.Tally के प्रमुख संस्करण (Different Versions of Tally)
Tally सॉफ्टवेयर ने समय के साथ कई संस्करणों का सफर तय किया है। हर नए वर्ज़न में बेहतर फीचर्स और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल इंटरफेस जोड़े गए हैं, जिससे अकाउंटिंग का काम और आसान हुआ है।
5.1 Tally 4.5 से लेकर ERP 9 तक
Tally का पहला संस्करण Tally 4.5 वर्ष 1988 में जारी किया गया था। यह केवल बेसिक अकाउंटिंग के लिए बनाया गया था। इसके बाद Tally 5.4, 6.3, 7.2, और 8.1 जैसे वर्ज़न आए, जिनमें इन्वेंट्री मैनेजमेंट और वैट जैसी नई सुविधाएँ शामिल की गईं।
बाद में Tally 9 आया, जिसने मल्टी-यूज़र सपोर्ट और बहुभाषी इंटरफेस जैसी सुविधाएँ दीं।
5.2 Tally ERP 9 की विशेषताएँ
Tally ERP 9 ने Tally को एक संपूर्ण बिजनेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर बना दिया। इसमें अकाउंटिंग, इन्वेंट्री, टैक्सेशन, पेरोल, और बैंक रिकन्सिलिएशन जैसी सुविधाएँ शामिल हैं। यह वर्ज़न जीएसटी सपोर्ट के साथ आया था और छोटे-बड़े सभी व्यवसायों के लिए उपयुक्त साबित हुआ।
5.3 Tally Prime क्या है और इसमें क्या नया है
Tally Prime Tally का सबसे नया और आधुनिक संस्करण है। इसका इंटरफेस पहले से अधिक आकर्षक और उपयोग में आसान है। इसमें स्मार्ट सर्च, मल्टी–टास्किंग, डायनेमिक रिपोर्ट्स, और क्लाउड एक्सेसिबिलिटी जैसी सुविधाएँ जोड़ी गई हैं।
Tally Prime का उद्देश्य है — अकाउंटिंग और रिपोर्टिंग को इतना सहज बनाना कि उपयोगकर्ता को तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता न पड़े।
6.Tally की मुख्य विशेषताएँ (Main Features of Tally)
Tally आज सिर्फ एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर नहीं, बल्कि एक कंप्लीट बिजनेस मैनेजमेंट टूल बन चुका है। इसकी कुछ खास विशेषताएँ इसे छोटे, मध्यम और बड़े सभी प्रकार के व्यवसायों के लिए उपयोगी बनाती हैं।

6.1 मल्टी-यूज़र और मल्टी-कंपनी सपोर्ट
Tally में एक साथ कई यूज़र्स काम कर सकते हैं, जिससे बड़े संगठनों में टीमवर्क आसान हो जाता है। इसके अलावा, इसमें मल्टी–कंपनी फीचर भी है, जिससे आप एक ही सॉफ्टवेयर में कई कंपनियों के अकाउंट्स को अलग-अलग संभाल सकते हैं।
6.2 डेटा सिक्योरिटी और बैकअप
Tally डेटा की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देता है। इसमें पासवर्ड प्रोटेक्शन, यूज़र एक्सेस कंट्रोल, और ऑटो बैकअप जैसी सुविधाएँ हैं। इससे किसी भी प्रकार के डेटा लॉस या अनधिकृत एक्सेस से बचाव होता है।
6.3 GST, Payroll, और Inventory फीचर्स
Tally में GST (Goods and Services Tax) से जुड़ी सभी आवश्यक रिपोर्ट्स और फाइलिंग की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही इसमें Payroll System कर्मचारियों के वेतन, बोनस, और टैक्स की जानकारी संभालने में मदद करता है।
इसके अलावा, Inventory Management फीचर के माध्यम से स्टॉक, प्रोडक्ट्स, और ऑर्डर्स की पूरी जानकारी आसानी से ट्रैक की जा सकती है।
7.Tally में क्या-क्या सीखा जाता है (What You Learn in Tally Course)
Tally कोर्स में छात्रों को व्यवसायिक लेखा (Business Accounting) से जुड़ी हर जरूरी जानकारी सिखाई जाती है। यह कोर्स खासतौर पर उन लोगों के लिए बनाया गया है जो अकाउंटिंग, फाइनेंस या बिजनेस मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। नीचे इसके मुख्य विषय दिए गए हैं –
7.1 बेसिक अकाउंटिंग (Basic Accounting)
Tally कोर्स की शुरुआत अकाउंटिंग के मूल सिद्धांतों से होती है। इसमें डेबिट–क्रेडिट, जर्नल एंट्री, लेजर, ट्रायल बैलेंस और बैलेंस शीट जैसे कॉन्सेप्ट्स को समझाया जाता है। इससे छात्रों को अकाउंटिंग की बुनियादी समझ विकसित होती है।
7.2 वाउचर एंट्री (Voucher Entry)
Tally में सभी वित्तीय लेन-देन वाउचर के रूप में दर्ज किए जाते हैं। कोर्स में पर्चेज, सेल्स, पेमेंट, रिसीप्ट और जर्नल वाउचर की एंट्री करना सिखाया जाता है। यह भाग छात्रों को वास्तविक बिजनेस ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड करने का अभ्यास कराता है।
7.3 इन्वेंट्री और स्टॉक मैनेजमेंट
Tally में इन्वेंट्री मॉड्यूल के तहत स्टॉक की एंट्री, प्रोडक्ट कैटेगरी, यूनिट्स, और गोदाम (Warehouse) का रिकॉर्ड रखना सिखाया जाता है। यह व्यापार में स्टॉक की निगरानी और प्रबंधन को आसान बनाता है।
7.4 GST और टैक्सेशन
Tally कोर्स में GST (Goods and Services Tax) की पूरी प्रक्रिया समझाई जाती है — जैसे GST रजिस्ट्रेशन, टैक्स इनवॉइस बनाना, रिटर्न फाइल करना और टैक्स रिपोर्ट तैयार करना। इसके साथ अन्य टैक्स जैसे TDS और TCS के बारे में भी बताया जाता है।
7.5 रिपोर्ट जनरेशन और एनालिसिस
Tally का एक महत्वपूर्ण भाग रिपोर्टिंग है। इसमें प्रॉफिट एंड लॉस रिपोर्ट, बैलेंस शीट, कैश फ्लो, बैंक रिकॉन्सिलिएशन और स्टॉक रिपोर्ट्स बनाना सिखाया जाता है। इससे छात्र बिजनेस की वित्तीय स्थिति का विश्लेषण करना सीखते हैं।
8.Tally कोर्स की अवधि और फीस (Duration & Fees)

8.1 कोर्स की कुल अवधि
Tally कोर्स की अवधि आमतौर पर 3 से 6 महीने तक होती है। यह अवधि संस्थान और कोर्स के प्रकार पर निर्भर करती है।
बेसिक लेवल कोर्स लगभग 3 महीने में पूरा हो जाता है, जबकि एडवांस या प्रोफेशनल लेवल कोर्स (जैसे Tally Prime Expert) में 6 महीने या उससे अधिक समय लग सकता है।
अगर आप किसी डिग्री या डिप्लोमा प्रोग्राम के साथ Tally सीखते हैं, तो उसकी अवधि 1 साल तक भी हो सकती है।
8.2 औसत फीस (सरकारी और निजी संस्थान)
Tally कोर्स की फीस संस्थान के प्रकार पर निर्भर करती है।
- सरकारी संस्थानों में यह फीस अपेक्षाकृत कम होती है, जो लगभग ₹1,000 से ₹3,000 तक होती है।
- निजी संस्थानों में फीस थोड़ी अधिक हो सकती है, जो ₹5,000 से ₹15,000 के बीच रहती है।
अगर आप एडवांस कोर्स या इंडस्ट्री सर्टिफिकेशन के साथ Tally सीखते हैं, तो फीस ₹20,000 तक भी जा सकती है।
9.Tally सीखने के लिए बेहतरीन प्लेटफॉर्म या संस्थान
अगर आप Tally सीखना चाहते हैं तो आज इसके लिए कई बढ़िया विकल्प मौजूद हैं — सरकारी संस्थानों से लेकर ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म तक। नीचे बताया गया है कि कहाँ और कैसे आप यह कोर्स कर सकते हैं।
9.1 Tally Academy और सरकारी संस्थान
Tally Academy देशभर में Tally Solutions Pvt. Ltd. द्वारा अधिकृत केंद्र हैं, जहाँ से आप आधिकारिक सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं।
इसके अलावा, कई आईटीआई (ITI), पॉलीटेक्निक कॉलेज और राज्य सरकार द्वारा संचालित कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र भी Tally ERP 9 और Tally Prime के कोर्स ऑफर करते हैं।
सरकारी संस्थानों का फायदा यह है कि यहाँ फीस कम होती है और सर्टिफिकेट मान्य होते हैं, जो सरकारी नौकरी या किसी भी अकाउंटिंग जॉब में सहायक होते हैं।
9.2 ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (जैसे Udemy, Coursera आदि)
अगर आप घर बैठे Tally सीखना चाहते हैं, तो Udemy, Coursera, Skillshare, Simplilearn, और NIELIT जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स एक बेहतरीन विकल्प हैं।
यहाँ पर बेसिक से लेकर एडवांस लेवल तक के कोर्स मिलते हैं, जिनमें वीडियो लेक्चर, असाइनमेंट, और प्रैक्टिकल एक्सरसाइज़ शामिल होते हैं।
कुछ प्लेटफ़ॉर्म्स पर आपको लाइफटाइम एक्सेस और सर्टिफिकेट ऑफ कम्प्लीशन भी मिलता है।
9.3 कौन-सा कोर्स शुरुआती छात्रों के लिए बेहतर है
अगर आप बिलकुल शुरुआत कर रहे हैं, तो “Tally Prime with GST for Beginners” या “Basic Accounting with Tally ERP 9” जैसे कोर्स सबसे उपयुक्त हैं।
इन कोर्स में अकाउंटिंग की बुनियादी जानकारी, वाउचर एंट्री, GST, और रिपोर्ट जनरेशन को स्टेप-बाय-स्टेप सिखाया जाता है।
इसके बाद आप चाहें तो Advanced Tally with Payroll & Taxation जैसे प्रोफेशनल कोर्स भी कर सकते हैं, जिससे आपकी जॉब संभावनाएँ और बढ़ जाएँगी।
10.निष्कर्ष (Conclusion)
आज के डिजिटल और व्यापारिक युग में Tally सीखना हर उस व्यक्ति के लिए बेहद ज़रूरी हो गया है जो लेखांकन (Accounting), बिज़नेस मैनेजमेंट, या फाइनेंस सेक्टर में करियर बनाना चाहता है।
यह सॉफ्टवेयर न सिर्फ़ अकाउंटिंग को आसान बनाता है, बल्कि टैक्सेशन, GST फाइलिंग, पेरोल मैनेजमेंट और इन्वेंट्री ट्रैकिंग जैसे कामों को भी सरल और तेज़ बना देता है। टेक्नोलॉजी और फाइनेंस से जुड़ी ऐसी विस्तृत जानकारियों के साथ-साथ, ऑनलाइन कमाई और डिजिटल सुरक्षा के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने के लिए ऑनलाइन कमाई और डिजिटल सुरक्षा गाइड को अवश्य पढ़ें।
10.1 Tally सीखने का महत्व
Tally की जानकारी होने से व्यक्ति किसी भी छोटे या बड़े व्यवसाय में आसानी से काम कर सकता है।
चाहे आप अकाउंटेंट, डेटा एंट्री ऑपरेटर, ऑफिस असिस्टेंट, या फ्रीलांसर बनना चाहें — Tally की स्किल हर जगह काम आती है।
इसके साथ ही, यह सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में आपकी नौकरी पाने की संभावना बढ़ा देता है।
10.2 भविष्य में इसकी जरूरत और बढ़ती भूमिका
जैसे-जैसे भारत में डिजिटल ट्रांजैक्शन, ई–इनवॉइसिंग और GST सिस्टम का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे Tally जैसे अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर की मांग भी तेजी से बढ़ रही है।
भविष्य में लगभग हर व्यवसाय, चाहे छोटा हो या बड़ा, डिजिटल अकाउंटिंग सिस्टम अपनाने की दिशा में आगे बढ़ेगा।
इसलिए, Tally सीखना न केवल वर्तमान समय में उपयोगी है, बल्कि आने वाले समय में यह एक स्थायी और सुरक्षित करियर स्किल भी साबित होगा।

