अब एक नया चलन शुरू हो गया है जिसमें बचपन के दोस्त या उनके सर्कल के दोस्त और पेशेवर दोस्त अपनी दिनचर्या पूरी करने के बाद एक जगह इकट्ठा होते हैं और फिर से मस्ती करते हैं और पहले की तरह उसी गली क्रिकेट में मस्ती करते हैं। लेकिन अब स्ट्रीट क्रिकेट की जगह Box Cricket ने ले ली है। बॉक्स क्रिकेट वर्तमान में गुजरातके शहरो में सबसे बड़ा चलन है जो धीरे-धीरे विभिन्न शहरों में आगे बढ़ रहा है।
Box Cricket में चारों तरफ से जालियों से ढके एक बॉक्स के अंदर लोग क्रिकेट खेलने के लिए एक जगह इकट्ठा होते हैं। जो अब अमीरों का शौक का ठिकाना बन चुका है, एक बड़ा परिवार या दोस्त अपने बचपन के शौक को ताज़ा करने के लिए इकट्ठा होता है जहाँ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जैसे नियम नहीं होते हैं। बस पहले की तरह दोस्तों के साथ मिलें और हाथ में बॉल-बैट लें और खेल शुरू हो जाए। यह खेल आम लोगों के लिए सस्ता नहीं है क्योंकि बॉक्स क्रिकेट खेलने के लिए प्रति घंटे 1500 से 2000 रुपये देने पड़ते हैं जो दोस्तों के लिए बहुत कम हो सकता है। लेकिन यह वास्तव में पैसे का खेल है।
चल रहे मैच के दौरान आसपास कई स्टॉल हैं। जिसमें पानी की बोतल से लेकर कॉफी स्नैक्स तक की अलग से व्यवस्था है ताकि मैच खत्म होने के बाद लोग भी वहीं से खाने-पीने का लुत्फ उठा सकें, इसलिए एक ही जगह पर खेलने और खाने दोनों की व्यवस्था है जो लोगों को खूब अपनी ओर खींचती है उस जगह के लिए। दूसरी ओर कुछ लोग देर रात तक दो-तीन गेम भी खेलते हैं तो स्वाभाविक रूप से उन्हें भूख लग जाती है और वे इन फूड स्टॉल पर खाने-पीने का लुत्फ उठाते हैं।
रात भर Box Cricket खेला जाता है जिससे यहां देर रात स्लॉट बुक करने वाले लोगों को भी यहां अपनी सुरक्षा की चिंता रहती है। लेकिन ऐसे बॉक्स क्रिकेट में पूरी रात सुरक्षा गार्ड रहता है और यहां कोई हंगामा नहीं होता है। अहमदाबाद जैसे बड़े शहरोमे 30 से ज्यादा बॉक्स क्रिकेट के ग्राउंड मौजूद है और बाकी शहरोंमें भी कम से कम 10 से 20 तक बोक्स क्रिकेट ग्राउंड है।