HomeNewsNationalगैंगस्टर शायरी: बदमाशी और अंदाज़ के साथ शेरों की बातें

गैंगस्टर शायरी: बदमाशी और अंदाज़ के साथ शेरों की बातें

दुश्मनों की शान में ख़त्म होगा ग़म क्योंकि,
अब हमारे होठों पर है बस मुस्कान का निशाँ।

हम गाड़ीवाले नहीं, इंतेज़ार की शरारत करते हैं,
तानाशाह नहीं, ताना-बाना से नाराज़गी जताते हैं।

दुश्मन की नज़रों में हम कब्ज़ा करते हैं,
हमारे ज़ोरदार दिल से ज़मीर का मुक़ाबला करते हैं।

धुंध में छिपी धरती पर हम फूल की तरह खिले हैं,
हमारी रिहाइश में हमारी शान और जान फिर से फिरे हैं।

ख़ता की थोकरों से हम बिलकुल नहीं डरते,
अपनी गलतियों को हम सिर्फ अब अनुभव कहते हैं।

हम गेम नहीं, जीत की शोरगुल से बाज़ आते हैं,
हम रास्ते नहीं, अपनी मंज़िल की धड़कन से सिर झुकाते हैं।

धड़कनों की गुलदस्ता, रास्ते का जादू,
हमारे आदेश में छिपी है असली धाकड़ी की कहानी।

लाखों की संख्या में हो तो भी हम एक,
दुश्मनों की संख्या में बस एक हम बराबर हैं।

सड़क पर हमारे क़दम की आवाज़ उनके दिलों में गूंजती है,
हमारे आँखों की तक़दीर में उनकी हार होती है।

ज़िंदगी के सफर में हम लोग अकेले नहीं हैं,
हमारी राहों में हमेशा हमारे साथ गुलाब का ख़ून रिसता है।

जिस्म में है दम, दिल में जज़्बा,
हम गंग्स्टरों का दौर नहीं, ये है हमारी मिसाल।

ख़ामोशी से हम बातें करते हैं,
आँखों में छुपी हमारी बातें खुदा को दिखते हैं।

शोर नहीं, हमारे काम बोलते हैं,
गंग्स्टरों का साम्राज्य, अपने हिम्मत से हम जगाते हैं।

दिल में दरिया, आंखों में आग,
हम गंग्स्टरों का साया हर किसी के सिर पर बस चाहते हैं।

तानाशाही की राहों में हम अकेले हैं,
अपनी राहों को हम ख़ुद ही निर्माता बनाते हैं।

रिश्तों की बुनियाद हमारी ताकत है,
हम गंग्स्टरों का राज नहीं, ये हमारी बदला लेने की जान है।

धड़कनों में उत्साह, आँखों में जज़्बा,
हम गंग्स्टरों का सफर, हर मोड़ पर दुश्मन का हरफ़ गवाह।

गुमराह कर देने वाले, हमारे ख़ामोश आदमियों की बातें,
हम गंग्स्टरों की निगाहों में हर चीज़ अपनी जगह बना लेती है।

हम गंग्स्टरों की बातें, लोगों को डरा सकती है,
लेकिन हमारी आवाज़, हमारा वजूद, हमेशा हमारी शान बनी रहेगी।

ज़िंदगी की माया में हम कुछ भी हो सकते हैं,
हम गंग्स्टरों की दुनिया में हर किसी की कहानी अलग होती है।

हम गंग्स्टरों की भीड़, हमारा राज, हमारा रंग,
जो बोले वो खुद नहीं बताएँगे, बस उसको दिखाएंगे हमारा तेवर तक़रार करके।

ग़रीबी की धरती में भी अमीर हैं हम,
अपनी मेहनत से हम गंग्स्टरों का साम्राज्य बनाते हैं।

जब तक दिल में है जज़्बा, दिमाग में है जुनून,
हम गंग्स्टरों के राज में हर एक गाली एक दीवार की बुलंदी से होती है।

दिल में जज़्बा, आंखों में सपना,
हम गंग्स्टरों का साम्राज्य, बस हमारे सपनों की मिसाल है।

धड़कन के राज, आँखों के सपने,
हम गंग्स्टरों का ज़ालिम दुनिया में भी अपना रंग चढ़ाने आए हैं।

जिंदगी के सफर में हम गंग्स्टर,
हर राह पे हमारा रंग बिखरा है, हमने इस धरती को अपने क़दमों से लहराया है।

हम गंग्स्टर, हम अपने रंग में ही खुश हैं,
धुंध में भी हमारी आँखों की किरणे, हमेशा अपने सपनों की और आगे बढ़ती हैं।

दिल में जज़्बा, आंखों में सपना,
हम गंग्स्टरों का ज़ालिम दुनिया में भी अपना रंग चढ़ाने आए हैं।

हम गंग्स्टर, हम अपने रंग में ही खुश हैं,
धुंध में भी हमारी आँखों की किरणे, हमेशा अपने सपनों की और आगे बढ़ती हैं।

हम गंग्स्टरों की दुनिया, हमारे कानों में है दीवारों की दहाड़,
जो चाहे हम कर सकते हैं, हमारे होशियारी की कहानी, हर किसी को चौंका सकती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular