हिंदी हमारे देश में सबसे अधिक बोली, पढ़ी और सूनी जाने वाली भाषा है। भारत में बहुतायत में लोग हिंदी बोलते और समझते हैं। दोस्तों आप सबने भी बचपन में हिंदी सीखने के लिए हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnmala) जरूर पढ़ी होगी।
जिस तरह से हमारा देश तरक्की कर रहा है वैसे-वैसे हमारी हिंदी भाषा भी इंग्लिश की तरह Global भाषा बनती जा रही है। लेकिन आज भी आपको कई लोग ऐसे हैं जिनकी हिंदी भाषा अच्छी ना होने के कारण वह लोगों के बीच मजाक का पात्र बन जाते हैं।
हमारे जो भी पाठक हिंदी भाषा सीख रहे हैं या हिंदी सीखना चाहते हैं उनके लिए हमारा यह आर्टिकल काफी मददगार साबित हो सकता है। हिंदी भाषा के बारे में और अधिक जानने के आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
दोस्तों हम ऐसे सभी लोगों से कहना चाहेंगे की आपको चिंता करने की जरूरत नहीं हम यहां अपने आर्टिकल में आपको हिंदी भाषा की सबसे बेसिक जानकारी हिंदी वर्णमाला के बारे में बताने जा रहे हैं।
Hindi Alphabet Varnamala and Latters:
हिंदी भाषा विश्व की समस्त भाषाओं में सर्वाधिक वैज्ञानिक भाषा है, जिसे भारत की राष्ट्रभाषा और राजभाषा का दर्जा हासिल है। विश्व की प्रत्येक भाषा की तरह ही हिंदी भाषा की सबसे सुक्ष्म इकाई वर्ण (Latter) होता है, जिसे एक क्रमबद्ध और व्यवस्थित रूप में लिखा जाता है।
वर्णों का उच्चारण करने के लिए किसी अन्य वर्ण की आवश्यकता नहीं होती उन्हें स्वर (Hindi Swar) कहते हैं। Hindi Varnmala में ग्यारह स्वर होते है|
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें की हिंदी भाषा की वर्णमाला में उच्चारण के आधार पर कुल मिलाकर 52 अक्षर होते हैं। जिनमें से 11 अक्षर स्वर (Vowel) कहलाते हैं और 41 अक्षर व्यंजन (Consonant) कहलाते हैं।
इसी तरह हम यदि बात करें लेखन (Writing) की तो लेखन के आधार पर हिंदी वर्णमाला में 56 अक्षर होते हैं जिनमें से 11 स्वर, 41 व्यंजन एवं 4 संयुक्त व्यंजन कहलाते हैं।विद्वानों ने हिंदी वर्णमाला को निम्नलिखित वर्ण समूहों में बांटा गया है जो इस प्रकार से हैं –
स्वर की संख्या: 11 (अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, ऋ)
अनुस्वार: 1 (अं)
विसर्ग: 1 (अः)
स्पर्शी व्यंजन: 25 (क, ख, ग, घ, ङ, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, व, भ और म।)
उष्म व्यंजन: 4 (श, ष, स, ह)
अंतःस्थ व्यंजन: 4 (य’, ‘र’, ‘ल’ और ‘व)
सयुंक्त व्यंजन: 4 (क्ष, त्र, ज्ञ, श्र)
द्विगुण व्यंजन: 2 (ड’ एवं ‘ढ)
स्वर (Vowels) क्या होते हैं ?
हिंदी भाषा में स्वर उन वर्ण या ध्वनियों को कहा जाता है जो बिना किसी व्यंजन की सहायता से बोले जाते हैं। एक तरह से हम कह सकते हैं की स्वतंत्र रूप से बोले जाने वाले वर्ण या अक्षर स्वर (Vowels) कहलाते हैं।
Hindi Alphabet Vowel (हिंदी वर्णमाला में स्वर)
अ,आ,इ,ई,उ, ऊ, ऋ, ए,ऐ, ओ, औ
व्यंजन (Consonant) क्या होते हैं ?
हिंदी भाषा में व्यंजन उन अक्षरों या वर्ण को कहा जाता है जो किसी स्वर की सहायता से उच्चारित या बोले जाते हैं। ऐसे अक्षरों को बोलते समय मुंह के भीतर जीभ का उपयोग तालुका के साथ ऊपरी एवं निचली हिस्से को स्पर्श करके किया जाता है।
Hindi Alphabet Consonant (हिंदी वर्णमाला में व्यंजन)
क,ख,ग,घ,ड़,
च,छ,ज,झ,ञ,
ट,ठ,ड,ढ,ण,
त,थ,द,ध,न,
प,फ,ब,भ,म,
य,र,ल,व,श,
ष,स,ह,क्ष,त्र,
ज्ञ,श्र
Hindi Alphabet Vowel (हिंदी वर्णमाला में अनुस्वार):
Hindi Varnmala में 11 स्वर के अलावा एक अनुस्वार वर्ण होता है। जिनमें अक्षर के ऊपर बिंदी का उपयोग किया जाता है। इन वर्ण को नाक के द्वारा उच्चारित किया जाता है जिस कारण इन्हें नासिक या अनुनासिक वर्ण भी कहा जाता है।
अनुस्वार वर्ण: अं
Hindi Varnmala में कितने पञ्चमाक्षर व्यंजन होते हैं ?
आपको बताते चलें की हिंदी वर्णमाला में कुल मिलाकर 5 पञ्चमाक्षर व्यंजन हैं। यह हिंदी वर्णमाला के वह अक्षर होते हैं जिनसे हिंदी भाषा में किसी शब्द की शुरुआत नहीं होती। यह व्यंजन इस प्रकार से हैं –
पञ्चमाक्षर व्यंजन: ङ, ञ, ण, न, म
Hindi Varnmala में स्वर (Hindi Alphabet Vowel)
अ, आ, इ, ई
उ, ऊ, ऋ, ए
ऐ, ओ, औ
व्यंजन क्या होते हैं ? (Consonant)
व्यंजन हिंदी भाषा में उन अक्षरों और वर्णों को कहा जाता है जो किसी स्वर की मदद से बोले जाते है। यानी की ऐसे अक्षर जिन्हे उच्चारण करते वक्त मुँह के अंदर जीभ का उपयोग तालुका के साथ ऊपरी एवं निचली हिस्से को स्पर्श किया जाता है।
उदाहरण:
हिंदी वर्णमाला में व्यंजन Hindi Alphabet Consonant
क ,ख, ग ,घ ,ड़
च ,छ, ज, झ, ञ
ट, ठ, ड, ढ, ण
त, थ, द, ध, न
प, फ, ब, भ, म
य, र, ल, व
श, ष, स, ह
क्ष, त्र, ज्ञ, श्र
भारत सरकार ने अं (An) और अः (Ah) को स्वर में शामिल नहीं किया है | लेकिन आपकी जानकारी के लिए हमने 13 स्वर को उनके उच्चारण के साथ नीचे लिखा है | हिंदी सिखने के लिए इन सभी स्वरो का ज्ञान होना जरुरी है |
अ [a], आ [aa], इ [i], ई [ee], उ [u], ऊ [oo], ऋ [ri],
ए [e], ऐ [ai], ओ [o], औ [au], अं [an], अः [ah]
अं के उदहारण – झंडा, अंग, नंबर, गंगा, पंखा, झारखंड
अः के उदहारण – छः, अतः, मुख्यतः, प्रात:, पुन:, निःशुल्क
नोट: ऋ (ri) आधा स्वर है लेकिन भारत सरकार ने इसको पूरा स्वर माना है |
इन सभी स्वर से बनने वाले शब्द के उदहारण नीचे दिया गया है |
Hindi Varnamala Consonant (हिंदी वर्णमाला व्यंजन)
वे वर्ण जिनके उच्चारण यानि बोलने के लिए स्वर की आवश्यकता होती है व्यंजन कहलाते है। बिना स्वर की सहायता के व्यंजन वर्णों का उच्चारण नहीं हो सकता है |
उदहारण – क = क् + अ
हिंदी वर्णमाला में व्यंजन की संख्या 33 है | और अगर पारंपरिक हिंदी वर्णमाला की बात की जाए तो 33 व्यंजन के अलावा 4 संयुक्त व्यंजन और 2 द्विगुण व्यंजन भी है | अगर आप के बच्चे नर्सरी से 5वीं कक्षा तक है तो उनके पाठ्यक्रम (syllabus) में 33 व्यंजन (क से ह तक) है | और यदि आपके बच्चे उच्च कक्षाओं में है तो 33 व्यंजन के अलावा 4 संयुक्त व्यंजन को भी जानना होगा |
हमने 33 व्यंजन और 4 संयुक्त व्यंजन को उनके उच्चारण के साथ नीचे लिखा है | हिंदी सिखने के लिए इन सभी व्यंजन का ज्ञान होना बेहद जरुरी है |
क [ka], ख [kha], ग [ga], घ [gha], ङ [nga], च [cha], छ [chha], ज [ja], झ [jha], ञ [eyan], ट [ta], ठ [tha], ड [da], ढ [dha], ण [nna], त [ta], थ [tha], द [da], ध [dha], न [na], प [pa], फ [pha], ब [ba], भ [bha], म [ma]य [ya]र [ra]ल [la]व [va]श [sha] , ष [shha]स (sa), ह [ha], क्ष [ksha], त्र [tra], ज्ञ [gya], श्र [shra]
अगर आप एक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो नीचे दिए गये नोट आप के लिए महत्वपूर्ण है |
नोट: द्विगुण व्यंजन अधिकारिक रूप से Hindi varnamala में शामिल नहीं है लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे की वह व्यंजन जो दो वर्णो के मेल से बनी है उन्हें द्विगुण व्यंजन कहते हैं |
उदहारण – ड़ (Ada) और ढ़ (Dha)
ड + र = ड़
ढ + र = ढ़
इन वर्णो से किसी भी शब्द की शुरुआत नहीं होती लेकिन मध्य या अंत में लग कर एक शब्द का निर्माण करते है | जैसे – ड़ के उदहारण – लड़का, लड़ाई, सड़क, पहाड़, पेड़, आदि | ढ़ के उदहारण – बाढ़, बूढ़ा, चढ़ना, पढ़ना, आदि |
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दोस्तों यह जानकारी आपके लिए काफी होगी और आप अपने बच्चों को भी यह सिखा सकते हैं | इन सभी से बच्चो का ज्ञान भी बढेगा और साथ ही उनको सिखने का भी मौका मिलेगा