परिचय
उत्तर प्रदेश का पूर्वी भाग, जिसे पूर्वांचल भी कहा जाता है, भारत का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यहाँ की संस्कृति, इतिहास और पर्यटन स्थलों की अद्वितीय विशेषताएँ हैं। इस लेख में हम पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रमुख पहलुओं को विस्तार से जानेंगे।
संस्कृति
पूर्वी उत्तर प्रदेश की संस्कृति बहुत समृद्ध और विविधतापूर्ण है। यहाँ के लोक कला, संगीत, और नृत्य विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।
– लोक कला और संगीत:
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बिरहा, कजरी, और नौटंकी जैसी लोक कलाएँ लोकप्रिय हैं। यहाँ के लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखते हैं और उन्हें संजोते हैं। लोक संगीत और नृत्य यहाँ के त्योहारों और उत्सवों का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
– त्योहार:
पावली, होली, छठ पूजा, और मकर संक्रांति यहाँ के प्रमुख त्योहार हैं। छठ पूजा विशेष रूप से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाई जाती है, जिसमें सूर्य भगवान की पूजा की जाती है। यह त्योहार अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है।
– पहनावा और भोजन: यहाँ के लोग पारंपरिक भारतीय परिधान पहनते हैं, जैसे कि साड़ी, धोती-कुर्ता, और लहंगा। खाने में लिट्टी-चोखा, बनारसी पान, ठेठ बिहारी भोजन और कई प्रकार की मिठाइयाँ प्रसिद्ध हैं।
इतिहास
पूर्वी उत्तर प्रदेश का इतिहास बहुत ही पुराना और गौरवशाली है। यह क्षेत्र कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं और साम्राज्यों का गवाह रहा है।
वाराणसी:
दुनिया के सबसे प्राचीन नगरों में से एक, वाराणसी का इतिहास 3000 साल पुराना है और यह हिन्दू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। वाराणसी को “काशी” और “बनारस” के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर गंगा नदी के किनारे बसा है और अपनी धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता के लिए विश्वविख्यात है।प्रयागराज:
प्राचीन काल में प्रयागराज को इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था। यह महाकुंभ मेला के लिए प्रसिद्ध है, जो हर 12 साल में एक बार होता है। प्रयागराज का ऐतिहासिक महत्व महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। यहाँ संगम स्थल है जहाँ गंगा, यमुना और सरस्वती नदियाँ मिलती हैं।
अयोध्या:
भगवान राम की जन्मस्थली, अयोध्या का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है। यह शहर रामायण के समय से ही धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है। राम जन्मभूमि और यहाँ के अन्य मंदिर धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
गोरखपुर:
गोरखपुर का इतिहास भी बहुत पुराना है। यह नगर गोरखनाथ मंदिर के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ हर साल मकर संक्रांति पर मेला लगता है। गोरखनाथ मंदिर के अलावा यहाँ रामगढ़ ताल और कई अन्य धार्मिक स्थल भी हैं।
पर्यटन स्थल
पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई आकर्षक पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं।
1. वाराणसी:
– काशी विश्वनाथ मंदिर: यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और वाराणसी का मुख्य आकर्षण है। यहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं।
– सारनाथ: यह स्थान गौतम बुद्ध द्वारा अपना पहला उपदेश देने के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ अशोक स्तंभ और धम्मेक स्तूप स्थित हैं, जो ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व के हैं।
– घाट: वाराणसी के घाट विश्वविख्यात हैं। दशाश्वमेध घाट, मणिकर्णिका घाट और अस्सी घाट प्रमुख हैं। यहाँ गंगा आरती का आयोजन बहुत प्रसिद्ध है।
2. प्रयागराज:
– संगम: गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम स्थल। यहाँ स्नान करने का विशेष धार्मिक महत्त्व है।
– आनंद भवन: यह नेहरू परिवार का पैतृक निवास है, जो अब एक संग्रहालय है। यहाँ जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के जीवन से जुड़ी कई वस्तुएँ प्रदर्शित की गई हैं।
– अल्फ्रेड पार्क: यह पार्क ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यहाँ चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति स्थित है, जिन्होंने यहाँ ब्रिटिश पुलिस के खिलाफ अंतिम संघर्ष किया था।
3. अयोध्या:
– राम जन्मभूमि: यह भगवान राम की जन्मस्थली है और यहाँ राम मंदिर का निर्माण हो रहा है।
– हनुमानगढ़ी: यह भगवान हनुमान को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो अयोध्या के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
– कनक भवन: यह सीता और राम को समर्पित एक सुंदर मंदिर है, जिसे मंदिरों का गहना कहा जाता है।
4. गोरखपुर:
– गोरखनाथ मंदिर: यह मंदिर गोरखनाथ को समर्पित है और यहाँ हर साल मकर संक्रांति पर मेला लगता है।
– रामगढ़ ताल: एक विशाल झील जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहाँ बोटिंग और अन्य जलक्रीड़ा की सुविधाएँ हैं।
– कुशीनगर: यह स्थान गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। यहाँ कई बौद्ध मंदिर और स्तूप स्थित हैं।
5. कुशीनगर:
– महापरिनिर्वाण मंदिर: यह मंदिर भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पर स्थित है और यहाँ भगवान बुद्ध की लेटी हुई मूर्ति है।
– रामभर स्तूप: यह स्थल भगवान बुद्ध के अंतिम संस्कार स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
– वाट थाई मंदिर: यह मंदिर थाईलैंड की शैली में निर्मित है और यहाँ हर साल बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु आते हैं।
6. चंदौली:
– देवधारी धाम: यह धार्मिक स्थल चंदौली जिले में स्थित है और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता भी दर्शनीय है।
– लालगंज: यह ऐतिहासिक स्थल चंदौली जिले में है और यहाँ की पुरानी इमारतें और मंदिर दर्शनीय हैं।
7. मिर्जापुर:
– विंध्याचल धाम: यह धार्मिक स्थल विंध्याचल पर्वत पर स्थित है और यहाँ माता विंध्यवासिनी का प्रसिद्ध मंदिर है।
– चुनार किला: यह किला ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और यहाँ से गंगा नदी का सुंदर दृश्य दिखाई देता है।
8. बलिया:
– ददरी मेला: यह मेला बलिया जिले में हर साल लगता है और यह भारत के सबसे बड़े मेलों में से एक है।
– बीर सिंहपुर: यह ऐतिहासिक स्थल बलिया जिले में स्थित है और यहाँ कई पुरानी इमारतें और मंदिर हैं।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश का पूर्वी भाग अपने आप में एक अद्वितीय स्थान है। इसकी समृद्ध संस्कृति, गौरवशाली इतिहास और आकर्षक पर्यटन स्थल इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाते हैं। इस जानकारी से आप उत्तर प्रदेश के इस हिस्से को बेहतर तरीके से जान सकते हैं।
FAQs
1. पूर्वी उत्तर प्रदेश का सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल कौन सा है?
– वाराणसी।
2. पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रमुख त्योहार कौन सा है?
– दीपावली और होली।
3. वाराणसी का इतिहास कितना पुराना है?
– लगभग 3000 साल पुराना।
4. प्रयागराज किसके लिए प्रसिद्ध है?
– कुंभ मेले के लिए।
5. अयोध्या का धार्मिक महत्व क्या है?
– भगवान राम की जन्मस्थली।
6. पूर्वी उत्तर प्रदेश में कौन-कौन सी लोक कलाएँ प्रसिद्ध हैं?
– बिरहा, कजरी, और नौटंकी।
7. गोरखपुर का क्या महत्व है?
– गोरखनाथ मंदिर के लिए प्रसिद्ध।
8. पूर्वी उत्तर प्रदेश में कौन से प्रमुख नदियाँ बहती हैं?
– गंगा, यमुना, और घाघरा।
9. वाराणसी में घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
– अक्टूबर से मार्च के बीच।
10. पूर्वी उत्तर प्रदेश में कौन-कौन से प्रमुख भोजन प्रसिद्ध हैं?
– लिट्टी-चोखा, बनारसी पान, और ठेठ बिहारी भोजन।
11. कुशीनगर का क्या महत्व है?
– यह भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
12. मिर्जापुर में कौन सा धार्मिक स्थल प्रसिद्ध है?
– विंध्याचल धाम।
13. चंदौली में कौन सा धार्मिक स्थल प्रसिद्ध है?
– देवधारी धाम।
14. बलिया में कौन सा मेला प्रसिद्ध है?
– ददरी मेला।
15. पूर्वी उत्तर प्रदेश में किस प्रकार की जलवायु होती है?
– यहाँ गर्मियों में गर्म और सर्दियों में ठंडी जलवायु होती है।