गायत्री मंत्र को वेदों में बहुत ही शुभ और शक्तिशाली माना गया है। यह मंत्र हमारे जीवन में सकारात्मकता और शांति लाता है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और जीवन खुशियों से भर जाता है। इस लेख में हम गायत्री मंत्र का सही समय, अर्थ और इसके फायदे के बारे में विस्तार से जानेंगे।
गायत्री मंत्र और उसका अर्थ
गायत्री मंत्र ऋग्वेद से लिया गया है। यह भगवान सूर्य की स्तुति में पढ़ा जाने वाला मंत्र है जिसका पाठ सूर्यास्त और सूर्योदय के समय किया जाता है।
गायत्री मंत्र और उसका अर्थ
ॐ भूर्भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्यः धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात्
अर्थ: प्राणस्वरूप, सुखस्वरूप, दुःखनाशक, तेजस्वी, श्रेष्ठ, पापनाशक और देवस्वरूप परमात्मा को हम अपने अन्तःकरण में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग की ओर प्रेरित करे।
गायत्री मंत्र जप के समय
गायत्री मंत्र का जाप करने का सही समय निम्नलिखित है:
- सुबह: सूर्योदय से पहले मंत्र जप शुरू करें।
- दोपहर: किसी भी समय जप कर सकते हैं।
- संध्या: सूर्यास्त से पहले शुरू करें और सूर्यास्त के कुछ समय बाद तक जारी रखें।
गायत्री मंत्र जप के फायदे
गायत्री मंत्र का नियमित जप करने से कई लाभ होते हैं, जैसे:
- मानसिक शांति: मन को शांति और स्थिरता मिलती है।
- सकारात्मकता: जीवन में उत्साह और सकारात्मकता का संचार होता है।
- ज्ञान वृद्धि: अध्ययनरत लोगों के लिए फायदेमंद, एकाग्रता बढ़ती है।
- सच्ची राह: व्यक्ति धर्म और सेवा के मार्ग पर चलता है।
- क्रोध नियंत्रण: क्रोध को समाप्त करके शांति का अनुभव कराता है।
- बाधाएँ दूर: कार्यों में आने वाली बाधाएँ दूर होती हैं।
- सिद्धियाँ प्राप्त: नियमित जप से सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।
गायत्री मंत्र का जाप कैसे करें
गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए निम्नलिखित विधि अपनाएँ:
- शुद्धता: स्वच्छ और शांत स्थान पर बैठकर जप करें।
- संकल्प: जप शुरू करने से पहले मन में संकल्प लें।
- मनोकामना: मन में शुद्ध और सकारात्मक विचार रखें।
- माला: माला का उपयोग करके मंत्र जप करें।
गायत्री मंत्र से जुड़ी विशेष बातें
- रोजाना जप: नियमित रूप से 108 बार जप करने से अधिक लाभ मिलता है।
- उच्चारण: मंत्र का सही उच्चारण करें ताकि इसके प्रभावी परिणाम मिलें।
- ध्यान: मंत्र जप के साथ ध्यान भी करें, इससे मानसिक शांति प्राप्त होती है।
- संस्कार: बच्चों को भी गायत्री मंत्र सिखाएँ ताकि उनमें अच्छे संस्कार विकसित हों।
FAQs (Frequently Asked Questions)
Q1: गायत्री मंत्र का अर्थ क्या है? A1: गायत्री मंत्र का अर्थ है परमात्मा को अपने अन्तःकरण में धारण करना और बुद्धि को सन्मार्ग की ओर प्रेरित करना।
Q2: गायत्री मंत्र का जाप किस समय करना चाहिए? A2: गायत्री मंत्र का जप सुबह सूर्योदय से पहले, दोपहर में किसी भी समय और संध्या के समय करना चाहिए।
Q3: गायत्री मंत्र जप के क्या फायदे हैं? A3: गायत्री मंत्र जप से मानसिक शांति, सकारात्मकता, ज्ञान वृद्धि, क्रोध नियंत्रण, और बाधाएँ दूर होती हैं।
Q4: गायत्री मंत्र किस वेद से लिया गया है? A4: गायत्री मंत्र ऋग्वेद से लिया गया है।
Q5: क्या गायत्री मंत्र का जाप सभी कर सकते हैं? A5: हाँ, गायत्री मंत्र का जाप सभी कर सकते हैं, इससे कोई धार्मिक या सामाजिक बाधा नहीं है।
Q6: गायत्री मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए? A6: गायत्री मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए।
निष्कर्ष
गायत्री मंत्र का नियमित जप मानसिक शांति, सकारात्मकता और जीवन में खुशहाली लाता है। यह मंत्र अत्यधिक शक्तिशाली है और इसके जप से जीवन में कई बाधाएँ दूर होती हैं। नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप करें और इसके अद्भुत लाभों का अनुभव करें।
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