डार्क चॉकलेट का नाम सुनते ही मुँह में पानी आ जाना स्वाभाविक है। इस स्वादिष्ट मिठाई को दुनियाभर में पसंद किया जाता है। इसके स्वास्थ्य लाभों के कारण इसे ‘सुपरफूड’ का दर्जा भी मिला है। आइए, जानते हैं डार्क चॉकलेट के अद्भुत फायदों के बारे में, जिन्हें जानकर आप भी इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहेंगे।
1. हृदय के स्वास्थ्य को बनाए रखे
प्लेटलेट का गठन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन की समस्या कार्डियो मेटाबोलिक यानी हृदय से संबंधित माने जाते हैं। संतुलित मात्रा में डार्क चॉकलेट का उपयोग हृदय के लिए लाभकारी हो सकता है। इसमें एंटीहाइपरटेन्सिव, एंटीप्लेटलेट, एंटीऑक्सीडेंट, और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो संयुक्त रूप से उच्च रक्तचाप, प्लेटलेट के गठन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन की समस्या को कम करने में मददगार हो सकते हैं। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि डार्क चॉकलेट हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक हो सकती है।
वैज्ञानिक प्रमाण
एक अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग नियमित रूप से डार्क चॉकलेट का सेवन करते हैं, उनमें हृदय रोग की संभावना कम होती है। डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जो हृदय के लिए फायदेमंद होते हैं। ये रक्त प्रवाह को बेहतर बनाते हैं और रक्त के थक्के बनने की संभावना को कम करते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में मैग्नीशियम और पोटैशियम होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।
2. डिप्रेशन से राहत दिलाए
डिप्रेशन आजकल एक आम समस्या बन गई है। इस समस्या में मूड में बदलाव, उदास रहना, गुस्सा आना और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। ऐसे में डार्क चॉकलेट मददगार हो सकती है। एक स्टडी में पाया गया है कि तीन दिन तक डार्क चॉकलेट के सेवन से डिप्रेशन के लक्षणों में सुधार पाया गया है। वहीं एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अन्य शोध में भी डार्क चॉकलेट डिप्रेशन के लक्षणों पर प्रभावकारी पाई गई है। इस आधार पर डिप्रेशन की समस्या में डार्क चॉकलेट को उपयोगी माना जा सकता है।
वैज्ञानिक प्रमाण
डार्क चॉकलेट में मौजूद थियोब्रोमाइन और कैफीन मानसिक स्थिति को सुधारने में मदद करते हैं। ये तत्व मानसिक जागरूकता को बढ़ाते हैं और मूड को सुधारते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में सेरोटोनिन भी होता है, जो मूड को स्थिर रखने में मदद करता है।
3. कोलेस्ट्रॉल के लिए डार्क चॉकलेट के फायदे
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के लिए भी डार्क चॉकलेट के फायदे देखे जा सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित दो अलग-अलग अध्ययनों से यह बात स्पष्ट होती है। एक शोध से पता चलता है कि लो फैट डाइट के साथ प्लांट स्टेरोल्स और कोको फ्लैवेनॉल्स युक्त डार्क चॉकलेट का उपयोग करने से कोलेस्ट्रॉल में कमी हो सकती है। साथ ही इसके उपयोग से हृदय स्वास्थ्य और ब्लड प्रेशर में भी सुधार देखा जा सकता है। इस आधार पर कहना गलत नहीं होगा कि कोलेस्ट्रॉल को कम करने में डार्क चॉकलेट सहायक हो सकती है।
वैज्ञानिक प्रमाण
डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोइड्स और स्टेरोल्स कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। ये तत्व एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और एचडीएल (अच्छे) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में फाइबर होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
4. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
शरीर को बीमारियों से बचाने और स्वस्थ रखने के लिए एंटीऑक्सीडेंट बहुत जरूरी होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को क्षति से बचाने का काम कर सकते हैं। अधिकांश फलों और सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। डार्क चॉकलेट में भी एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं। कोको को उन खाद्य पदार्थों की श्रेणी में रखा गया है, जिनमें ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। एक अन्य शोध से भी यह बात सामने आयी है कि डार्क चॉकलेट में फेनोलिक यौगिक प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव प्रदर्शित करते हैं। इसलिए खुद को स्वस्थ रखने के लिए एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर डार्क चॉकलेट का सहारा लिया जा सकता है।
वैज्ञानिक प्रमाण
डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कि फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनॉल्स और कैटेचिन्स शरीर को मुक्त कणों से बचाने में मदद करते हैं। ये तत्व शरीर के विभिन्न अंगों को स्वस्थ रखते हैं और उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं।
5. सर्दी-जुकाम से बचाए
बदलते मौसम के साथ हल्की-फुल्की बीमारियां लगी रहती हैं। सर्दी-जुकाम भी उन्हीं में से एक है। ऐसे में सर्दी-जुकाम के लिए डार्क चॉकलेट का सेवन किया जा सकता है। डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन नामक एक रासायनिक पदार्थ होता है। यह पदार्थ श्वसन तंत्र संबंधी समस्याओं पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है। इन समस्याओं में सर्दी-जुकाम भी शामिल है।
वैज्ञानिक प्रमाण
डार्क चॉकलेट में मौजूद थियोब्रोमाइन खांसी को कम करने में मदद करता है। यह रसायन श्वसन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इसे स्वस्थ रखता है। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं और बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं।
6. मस्तिष्क के लिए फायदेमंद
डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को बढ़ाकर उसकी कार्यक्षमता में सुधार करते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में कैफीन और थियोब्रोमाइन भी होते हैं, जो मानसिक जागरूकता और मूड को सुधारने में मदद करते हैं।
वैज्ञानिक प्रमाण
एक अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग नियमित रूप से डार्क चॉकलेट का सेवन करते हैं, उनमें मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार होता है। डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोइड्स मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होते हैं और इसकी कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो मस्तिष्क को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में मदद करते हैं।
7. त्वचा के लिए लाभकारी
डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा के लिए भी फायदेमंद होते हैं। ये त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने में मदद करते हैं और त्वचा को चमकदार बनाते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले मिनरल्स और विटामिन्स त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं और इसे स्वस्थ रखते हैं।
वैज्ञानिक प्रमाण
डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को मुक्त कणों से बचाने में मदद करते हैं। ये तत्व त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं और त्वचा को जवान बनाए रखते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में पाया जाने वाला फ्लेवोनोइड एपिकैटेचिन त्वचा की बनावट में सुधार करता है और इसे मुलायम और कोमल बनाता है।
8. वजन कम करने में मददगार
हालांकि चॉकलेट को आमतौर पर वजन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ के रूप में देखा जाता है, लेकिन डार्क चॉकलेट वजन कम करने में भी मदद कर सकती है। यह भूख को नियंत्रित करती है और मीठा खाने की इच्छा को कम करती है। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले फाइबर पाचन को बेहतर बनाते हैं और भूख को नियंत्रित करते हैं।
वैज्ञानिक प्रमाण
डार्क चॉकलेट में पाया जाने वाला फाइबर और प्रोटीन वजन कम करने में मदद करते हैं। ये तत्व भूख को नियंत्रित करते हैं और मीठा खाने की इच्छा को कम करते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में मौजूद कैफीन और थियोब्रोमाइन मेटाबोलिज्म को बढ़ाते हैं और वजन कम करने में मदद करते हैं।
9. डायबिटीज़ के लिए लाभकारी
डार्क चॉकलेट का सेवन टाइप 2 डायबिटीज़ के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें पाया जाने वाला फ्लेवोनोइड इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले फाइबर पाचन को बेहतर बनाते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित करते हैं।
वैज्ञानिक प्रमाण
डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोइड्स इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग नियमित रूप से डार्क चॉकलेट का सेवन करते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज़ की संभावना कम होती है। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में पाया जाने वाला फाइबर पाचन को बेहतर बनाता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।
10. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए
डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। ये तत्व शरीर को विभिन्न बीमारियों से बचाते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में पाया जाने वाला जिंक और सेलेनियम इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं और शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
वैज्ञानिक प्रमाण
डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। ये तत्व शरीर को विभिन्न बीमारियों से बचाते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में पाया जाने वाला जिंक और सेलेनियम इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं और शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. क्या डार्क चॉकलेट वजन बढ़ाती है?
डार्क चॉकलेट का संतुलित मात्रा में सेवन वजन नहीं बढ़ाता है। बल्कि, यह भूख को नियंत्रित करने और मीठा खाने की इच्छा को कम करने में मदद कर सकती है, जिससे वजन कम करने में भी सहायता मिल सकती है।
2. क्या डार्क चॉकलेट डायबिटीज़ के रोगियों के लिए सुरक्षित है?
हां, डार्क चॉकलेट टाइप 2 डायबिटीज़ के रोगियों के लिए सुरक्षित है, लेकिन इसे सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए। इसमें पाया जाने वाला फ्लेवोनोइड इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है।
3. क्या डार्क चॉकलेट हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है?
हां, डार्क चॉकलेट हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इसमें एंटीहाइपरटेन्सिव, एंटीप्लेटलेट, एंटीऑक्सीडेंट, और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो उच्च रक्तचाप, प्लेटलेट के गठन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन की समस्या को कम करने में मदद करते हैं।
4. क्या डार्क चॉकलेट मूड को सुधारती है?
हां, डार्क चॉकलेट मूड को सुधारने में मदद करती है। इसमें थियोब्रोमाइन और कैफीन होते हैं, जो मानसिक जागरूकता और मूड को सुधारने में मदद करते हैं। इसके अलावा, डार्क चॉकलेट में सेरोटोनिन भी होता है, जो मूड को स्थिर रखने में मदद करता है।
5. क्या डार्क चॉकलेट सर्दी-जुकाम से बचा सकती है?
डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन होता है, जो श्वसन तंत्र संबंधी समस्याओं पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है। यह सर्दी-जुकाम के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है और श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखता है।
निष्कर्ष
डार्क चॉकलेट सिर्फ एक स्वादिष्ट मिठाई नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, फ्लेवोनोइड्स, मिनरल्स और विटामिन्स हृदय, मस्तिष्क, त्वचा और इम्यून सिस्टम के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। इसके नियमित और संतुलित सेवन से आप न सिर्फ अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि अपने मूड को भी सुधार सकते हैं। हालांकि, इसे सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए ताकि इसके सभी लाभ प्राप्त हो सकें और कोई हानि न हो।
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