परिचय:
बच्चों की कहानियाँ हमेशा हमें जीवन के महत्वपूर्ण सबक सिखाती हैं। ये कहानियाँ न केवल मनोरंजन करती हैं, बल्कि जीवन में सही मार्गदर्शन भी करती हैं। आज हम ऐसी ही एक रोचक और शिक्षाप्रद कहानी प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसका नाम है “चतुर लोमड़ी और मूर्ख कौआ”। यह कहानी आपको बताती है कि चापलूसी से कैसे बचा जाए और अपनी समझदारी को कैसे सही समय पर इस्तेमाल किया जाए। आइए जानते हैं इस दिलचस्प कहानी को!
कहानी:
एक बार की बात है, जंगल में एक कौआ रहता था। उसकी आवाज बेहद कर्कश थी और इसलिए सभी जानवर उससे दूर रहते थे। कौआ हर समय अपनी आवाज में गाने गाता और दूसरों को परेशान करता था। एक दिन, वह भोजन की तलाश में जंगल से दूर एक गांव की ओर निकल गया।
कौवे को मिली रोटी
कौआ जब गांव में पहुंचा, तो उसे किस्मत से एक ताजगी भरी रोटी मिल गई। वह रोटी लेकर बहुत खुश हुआ और उड़कर पास के एक पेड़ पर जा बैठा। रोटी उसकी चोंच में थी और वह उसे बड़े मजे से खाने की तैयारी कर रहा था।
लोमड़ी की चालाकी
उसी समय वहां से एक भूखी लोमड़ी गुजर रही थी। जैसे ही उसकी नजर कौवे की रोटी पर पड़ी, उसने सोचा, “किसी भी तरह से मुझे यह रोटी पाना है।” वह तुरंत एक योजना बनाने लगी। लोमड़ी ने सोचा कि सीधे कौवे से रोटी मांगने पर वह उसे नहीं देगा, इसलिए उसने चालाकी का सहारा लिया।
लोमड़ी की चापलूसी
लोमड़ी ने नीचे से कौवे की ओर देखा और बड़ी मीठी आवाज में बोली, “अरे कौआ महाराज! मैंने सुना है कि आपकी आवाज बहुत ही मधुर और सुरीली है। क्या आप मेरे लिए एक गीत गाएंगे?”
कौआ, जो अपनी कर्कश आवाज के लिए जाना जाता था, लेकिन इस तरह की तारीफ सुनकर बहुत खुश हो गया। उसने सोचा, “अब तो मुझे गाना ही होगा ताकि यह लोमड़ी मेरी तारीफ करे।”
रोटी गिरने का मौका
लोमड़ी ने फिर से मीठी आवाज में कहा, “अगर आप गा देंगे, तो मैं मान जाऊंगी कि आप ही सबसे अच्छे गायक हैं।” कौआ लोमड़ी की बातों में आ गया और जैसे ही उसने गाने के लिए अपना मुंह खोला, उसकी चोंच से रोटी नीचे गिर गई।
लोमड़ी ने बिना एक पल गंवाए रोटी पर झपट्टा मारा और उसे खाकर वहां से भाग गई। कौआ मूर्ख बनकर पेड़ पर बैठा रह गया और उसे अपनी गलती का एहसास हुआ।
कहानी से सीख:
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी चापलूस लोगों की बातों में नहीं आना चाहिए। हमें अपनी समझदारी और बुद्धि का सही उपयोग करना चाहिए और किसी की मीठी बातों से बहकना नहीं चाहिए। चतुराई से ही मुश्किल हालातों में सही निर्णय लिया जा सकता है।
कहानी का महत्व:
“चतुर लोमड़ी और मूर्ख कौआ” जैसी कहानियाँ बच्चों को जीवन में समझदारी, सतर्कता और धैर्य के महत्व को सिखाती हैं। यह कहानी हमें बताती है कि किसी भी स्थिति में जल्दी से प्रभावित नहीं होना चाहिए और अपनी संपत्ति या चीजों को सुरक्षित रखना चाहिए। बच्चों के लिए यह एक शानदार प्रेरणादायक और नैतिक शिक्षा देने वाली कहानी है।
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