HomeOthergeneral knowledgeपरमाणु विस्फोट के बाद कॉकरोच का जीवित रहना: मिथक या सच्चाई?

परमाणु विस्फोट के बाद कॉकरोच का जीवित रहना: मिथक या सच्चाई?

परमाणु विस्फोट एक विनाशकारी घटना होती है जिसमें अत्यधिक ऊर्जा, गर्मी, और रेडिएशन निकलता है, जो जीवन के लिए घातक हो सकता है। इस परिदृश्य में जीवित रहना अत्यधिक चुनौतीपूर्ण होता है, विशेषकर कीटों और छोटे जीवों के लिए। हालाँकि, कुछ कीट अपने अद्वितीय गुणों के कारण इन कठोर परिस्थितियों में भी जीवित रह सकते हैं।

क्या कॉकरोच सच में परमाणु विस्फोट से बच सकते हैं?

कॉकरोच को उनकी अत्यधिक संवेगशीलता और अत्यंत उच्चतम सीमा पर जीवन जीने की खास योग्यता के साथ जोड़ा जाता है। कॉकरोचों के बारे में कई मिथक और तथ्य प्रचलित हैं, जिनमें से एक प्रमुख मिथक यह है कि वे परमाणु विस्फोट से भी बच सकते हैं। आइए जानते हैं कि यह कितना सच है और कितना मिथक।

कॉकरोच की अद्वितीय सहनशीलता

कॉकरोच पिछले 280 मिलियन वर्षों से धरती पर मौजूद हैं और उनकी सहनशीलता कई दृष्टिकोणों से अद्वितीय है:

  1. छोटे आकार और शारीरिक संरचना: कॉकरोच छोटे आकार के होते हैं और उन्हें छोटी दरारों में छुपने की आदत होती है। वे अपने शरीर के वजन से 900 गुना अधिक वजन सह सकते हैं।
  2. अत्यधिक संवेगशीलता: वे अपने सिर के बिना एक सप्ताह तक जीवित रह सकते हैं और बिना भोजन या पानी के एक महीने तक जीवित रह सकते हैं।
  3. रेडिएशन सहनशीलता: कॉकरोचों के बारे में कहा जाता है कि वे मानव की तुलना में 10 गुना अधिक रेडिएशन सह सकते हैं।

परमाणु विस्फोट के दौरान और बाद में कॉकरोच का जीवित रहना

परमाणु विस्फोट के दौरान कई प्रकार की ऊर्जा और रेडिएशन निकलती है, जिनमें गर्मी, व्यूहन तरंगें, और विकिरण शामिल हैं। ये सभी जीवन के लिए अत्यधिक घातक होते हैं। हालांकि, कॉकरोच अपनी सहनशीलता के कारण मध्यम मात्रा में विकिरण से बच सकते हैं। वास्तव में, हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम के स्थान से महज 1000 फीट की दूरी पर कॉकरोच बिल्कुल ठीक और स्वस्थ पाए गए थे।

कॉकरोच की रेडिएशन सहनशीलता

कॉकरोचों की रेडिएशन सहनशीलता की वजह से वे कई प्रकार की रेडिएशन से बच सकते हैं:

  • मध्यम रेडिएशन: अधिकांश तिलचट्टे मध्यम मात्रा में विकिरण से बच सकते हैं।
  • उच्च रेडिएशन: लगभग 20% तिलचट्टे उच्च परमाणु-बम स्तर के विकिरण (10,000 रेड्स) से भी बच सकते हैं।

वैज्ञानिक परीक्षण और निष्कर्ष

कॉकरोच की रेडिएशन सहनशीलता के बारे में वैज्ञानिक परीक्षण किए गए हैं, जिनसे यह पता चलता है कि वे अत्यधिक रेडिएशन से बच सकते हैं। हालांकि, यह कहना गलत होगा कि वे परमाणु विस्फोट के सभी प्रभावों से सुरक्षित हैं। परमाणु विस्फोट द्वारा उत्पन्न होने वाली तेज गर्मी और दबाव कॉकरोचों को भी मार सकती है।

अन्य कीट जो परमाणु विस्फोट के बाद जीवित रह सकते हैं

कॉकरोच के अलावा भी कुछ अन्य कीट ऐसे हैं जो परमाणु विस्फोट के बाद जीवित रह सकते हैं:

  • टरमाइट्स (दीमक): टरमाइट्स भूमि के नीचे जाकर रेडिएशन से बच सकते हैं।
  • कच्ची मक्खियाँ: ये भी भूमि के नीचे जाकर रेडिएशन से बच सकती हैं।
  • कीटों के अंडे और लार्वा: यदि ये भूमि के नीचे छिपे रहें तो वे रेडिएशन से बच सकते हैं।

FAQs

  1. क्या कॉकरोच वास्तव में परमाणु विस्फोट से बच सकते हैं? हाँ, कॉकरोच मध्यम और उच्च स्तर के विकिरण से बच सकते हैं, लेकिन वे विस्फोट के समय की गर्मी और दबाव से नहीं बच सकते।
  2. कॉकरोच कितने समय तक बिना भोजन या पानी के जीवित रह सकते हैं? कॉकरोच बिना भोजन या पानी के एक महीने तक जीवित रह सकते हैं।
  3. क्या कॉकरोच अपने सिर के बिना जीवित रह सकते हैं? हाँ, कॉकरोच अपने सिर के बिना दो सप्ताह तक जीवित रह सकते हैं।
  4. परमाणु विस्फोट के बाद अन्य कौनसे कीट जीवित रह सकते हैं? टरमाइट्स, कच्ची मक्खियाँ, और कीटों के अंडे और लार्वा परमाणु विस्फोट के बाद जीवित रह सकते हैं।

निष्कर्ष

कॉकरोच और कुछ अन्य कीट अपनी अद्वितीय सहनशीलता के कारण परमाणु विस्फोट के बाद जीवित रह सकते हैं, लेकिन यह कहना गलत होगा कि वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं। परमाणु विस्फोट की गर्मी और दबाव सभी जीवों के लिए अत्यधिक घातक होते हैं। इसलिए, यह मिथक कि कॉकरोच परमाणु विस्फोट के बाद भी जीवित रह सकते हैं, पूरी तरह से सही नहीं है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular