सुशांत सिंह राजपूत मामले में मुखर अभिनेत्री कंगना रानाउत और शिवसेना नेताओं के बीच गवाही की लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। अभिनेत्री 9 सितंबर को कंगना में संजय राउत और अरपार के बीच मुंबई आ रही है। शिवसेना कार्यकर्ताओं के कुछ विरोधों के बीच, कंगना को अब केंद्र सरकार द्वारा वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। इसका मतलब यह है कि जब कंगना मुंबई एयरपोर्ट पर उतरेंगी, तो उनके साथ एक सुरक्षा गार्ड भी होगा।
गृह मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई वाई श्रेणी की सुरक्षा में, यह 11 सुरक्षा कर्मियों के साथ वीआईपी प्रदान करता है। इसमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल हैं। पिछले साल ही, केंद्र सरकार ने 11 से अधिक लोगों को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की थी। इनमें यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा भी थे। इसका मतलब है कि अब कंगना के साथ 1 या 2 कमांडो, 2 पीएसओ और अन्य पुलिसकर्मी होंगे। सैनिकों की कुल संख्या 11 होगी।
आपको बता दें कि देश में विभिन्न स्तरों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सुरक्षा प्रदान की जाती है। इसमें ऐसे नेता और अन्य वीआईपी शामिल हैं जिन्हें किसी भी तरह के खतरे का खतरा है। इसमें X, Y, Z, Z + स्तर की सुरक्षा है।
X श्रेणी में दो पुलिसकर्मी, Y श्रेणी में 11, Z कुल में 22 NSG कमांडो शामिल हैं। जबकि Z + सुरक्षा में एनएसजी कमांडो सहित कुल 36 सुरक्षाकर्मी होते हैं। ऊपर से केवल एसपीजी स्तर की सुरक्षा है, जो प्रधान मंत्री के पास है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद चल रहा है। कंगना ने मुंबई पुलिस पर सुशांत मामले में लापरवाही और ड्रग कनेक्शन का आरोप लगाया। लक्ष्य को तब महाराष्ट्र सरकार द्वारा निर्धारित किया गया था। फिर शिवसेना नेता संजय राउत और कंगना के बीच गवाही की लड़ाई शुरू हुई। उसके बाद, शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कंगना की मूर्तियों को उड़ा दिया और उनसे कहा कि वे मुंबई वापस न आएं। अब कंगना को सुरक्षा दी गई है।