राजकोट शहर में राज्याभिषेक के बीच बंद के दौरान पुलिस द्वारा ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए गए थे। जिसमें लोक गायक कीर्तिदान गढ़वी को भी नियुक्त किया गया था। पुलिस और कीर्तिदान गढ़वी ने एक बयान में कहा कि एक महिला पुलिस टीम ने सोमवार देर शाम राजकोट रेसकोर्स रिंग रोड पर नकाब तोड़ने के लिए 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया। इसको लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है।
राजकोट निवासी और गायक कीर्तिदान गढ़वी, जिन्हें राजकोट शहर पुलिस के सह-रक्षक के रूप में सम्मानित किया जाता है, को उनके दोस्तों और समर्थकों द्वारा कल शाम रेसकोर्स रिंग रोड पर ले जाया गया। ऐसी अफवाहें थीं कि पुलिस ने नकाब न पहनने के लिए जुर्माना लिया था, लेकिन कीर्तिदान और पुलिस दोनों ने जुर्माने से इनकार कर दिया।
कीर्तिदान गढ़वी के अनुसार, मैं और मेरी पत्नी लंबी दौड़ के बाद आज रेसकोर्स रिंग रोड पर टहलने गए थे। उस समय मैं चाय पीने के लिए उठ रहा था। वहां से परिचितों, समर्थकों ने भी मुझे देखा। लोगों को देख पुलिस आ गई। पुलिस के पहुंचने पर कुछ और लोग जमा हो गए। हम वहां से तुरंत निकल गए। मास्क नहीं पहनना और जुर्माने की बात करना गलत है। मैं देश का एक जिम्मेदार नागरिक हूं।
पूरे मामले में महिला पीआई के अनुसार, महिला पुलिस शाम को वाहन की जाँच और गश्त कर रही थी। कीर्तिदा पर नकाब नहीं लगाया गया था या पुलिस द्वारा ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। पी। नगर पीआईएल चावड़ा ने भी इस बात से इनकार किया कि इस तरह की कार्रवाई उनके कर्मचारियों द्वारा की गई थी। हालांकि, सोशल मीडिया पर एक वायरल संदेश द्वारा चर्चा छिड़ गई थी।