प्रधानमंत्री मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शुरुआत में, इन सभी आपदाओं के कारण 2020 को बुरा माना जाना चाहिए? एक साल में एक समस्या है कि एक हजार उस वर्ष को बदतर नहीं बनाएंगे। पूरा देश लद्दाख में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि देता है। इन कॉमरेडों के परिवारों की तरह, हर भारतीय इनका नुकसान उठा रहा है। वर्ष 2020 तक आधा सफर खत्म हो चुका है। आज आप हर जगह देखते हैं, संरक्षणवादी भावना का ज्वार बह रहा है। हर कोई एक ही विषय पर चर्चा कर रहा है कि अगर यह साल जल्दी खत्म हो गया तो यह बीमारी कब खत्म होगी। कोई कह रहा है, 2020 शुभ नहीं है। कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि ऐसा क्यों हो रहा है।
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संकट आते रहे लेकिन नई मुश्किलें दूर हुईं। नया साहित्य रचा। हमारा देश आगे बढ़ रहा है। भारत ने संकट को सफलता की सीढ़ी में बदल दिया है। आप भी उसी विचार के साथ आगे बढ़ेंगे। यदि आप उसी संकल्प के साथ आगे बढ़ते हैं तो यह वर्ष एक कीर्तिमान स्थापित करेगा। मुझे देश के लोगों पर पूरा भरोसा है।
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कुछ दिनों पहले देश के पूर्वी हिस्से में अम्फान नाम का एक तूफान आया था, तब पश्चिम में एक चक्रवात आया था।
जिस तरह से भारत ने मुश्किल समय में दुनिया की मदद की है उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को मजबूत किया है। दुनिया ने भारत को विश्व बंधुत्व की भावना भी महसूस की है। हमारी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की शक्ति को देखो। उसी वर्ष, देश नए लक्ष्यों को प्राप्त करेगा, नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा, मुझे पूरा विश्वास है, मुझे आप सभी पर, 130 करोड़ देशवासियों की शक्ति पर विश्वास है। यह देश की महान परंपरा है।
पूरा देश लद्दाख में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि देता है। इन कॉमरेडों के परिवारों की तरह, हर भारतीय इनका नुकसान उठा रहा है।