*मेडिकल टेस्ट से लेकर भर्ती होने तक होगा मुफ्त इलाज
*वीडियो कोन्फरन्सींग के माध्यम से लाभार्थीओ से कीया वार्तालाप
नइ दिल्ही: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात में पीएमजे-वाय-एम योजना आयुष्मान कार्ड्स के वितरण की शुरुआत की. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी शुरुआत की है. इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदीने कुल 50 लाख आयुष्मान कार्ड्स के वितरण कीया है। कार्ड वितरण के बाद प्रधानमंत्री मोदीने लाभार्थीओ से वीडियो कोन्फरन्सींग के माध्यम से वार्तालाप भी कीया था और उनके सुझाव सुने थे।
लाभार्थीओे से बातचीत करते हुए मोदीजीने कहा की, पहेले कुछ लोग ही बीचोलीयो के जरीए इस योजना का फायदा उठा सकते थै, लेकीन अब सरकार की ऐसी योजनाए लोगो के घर घर तक पहुंची है।
इस स्कीम के तहत, सरकार अस्पताल में भर्ती होने और सर्जरी पर दो लाख रुपये तक का खर्च उठाती है. इसके साथ स्कीम में ट्रांसपोर्ट अलाउंस का प्रावधान भी दिया गया है. सरकार द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि जिस समय बाकी देश पीपीपी मॉडल को अपनाने के लिए जूझ रहा था, उस समय गुजरात के स्वास्थ्य क्षेत्र में पीपीपी मॉडल के जरिए सकारात्मक बदलाव आया.
इसके बाद साल 2014 में, इस योजना का विस्तार करके उन परिवारों को स्कीम के तहत कवर किया गया था, जिसकी सालाना आय 4 लाख रुपये तक है. इसके बाद, इस स्कीम का फायदा कुछ दूसरे वर्गों तक भी पहुंचाया गया था. स्कीम की रिब्रांडिग करके इसका नाम मुख्यमंत्री अमृतम वात्सल्य योजना भी किया गया था.
गुजरात राज्य में इस योजना की कामयाबी को देखते हुए, पीएम मोदी ने 2018 में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत की. यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है. इस स्कीम के तहत, हर परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का दिया जाता है. इस योजना में परिवार के सदस्यों की संख्या और उम्र की कोई सीमा नहीं होती है. स्कीम के तहत, लाभार्थियों को प्राथमिक, द्वितीय और तृतीय स्तर की केयर के लिए अस्पताल में भर्ती होने वित्तीय सहायता दी जाती है.
इस स्कीम के लॉन्च होने के साथ, गुजरात ने 2019 में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में मुख्यमंत्री अमृतम योजना का विलय कर दिया और इसे PM J-Y-M का नया नाम दिया गया है. अब इस विलय के बाद एमए/एमएवी और एबी-पीएमजेएवाई के लाभार्थी एकीकृत पीएमजेएवाई-एमए कार्ड के लिए योग्य हो गए हैं.